आगामी परीक्षाओं हेतु उत्तराखण्ड से सम्बन्धित महत्वपूर्ण वन लाईनर प्रश्न, हमें आशा है कि ये प्रश्न आपकी आगामी परीक्षाओं हेतु लाभदायक सिद्ध होंगे।
- हरिद्वार का प्राचीन नाम क्या है - मायापुर व गंगाद्वार
- अलकनंदा के तट पर यक्षों के राजा कुबेर की राजधानी थी -अल्कापुरी
- रूद्रप्रयाग का प्राचीन नाम क्या है -पुनाड
- हृवेनसांग के अनुसार मोरध्वज का नाम था -मो-यू-ली
- ऋषिकेश का प्राचीन नाम है - कुब्जाम्रक
- गढवाल व कुमॉंयू का प्राचीन नाम है - ब्रहमपुर
- 1815 में की गई वह संधि जिसके अनुसार अलकनंदा के पूर्वी तट का भाग पूर्णतया ईस्ट इण्डिया कम्पनी को दिया गया - सिंगोली की संधि
- ब्रिटिश गढवाल की राजधानी थी -श्रीनगर
- 1839 में अल्मोडा गढवाल से पृथक किया गया और 1840 में श्रीनगर से राजधानी स्थानान्तरित कर दी गई -पौडी
- 01 जनवरी 1970 में चमोली,पौडी, टिहरी व उत्तरकाशी को मिलाकर बनाया गया - गढवाल मण्डल
- 15 सितम्बर 1997 को पिथौरागढ को पृथक कर नया जिला बनाया गया - चंपावत
- 15 सितम्बर 1997 को पिथौरागढ से चंपावत अल्मोडा से बागेश्वर नैनीताल से उधमसिंहनगर व चमोली से कौन सा जनपद बनाया गया - रूद्रप्रयाग
- अंग्रेजी शासन काल में अंग्रेज अधिकारी जब एक स्थान से दूसरे स्थान को जाते थे तो उनका सामान वे गांव वाले ढोते थे जिनसे होकर वह जाते थे इस प्रथा को कहते थे -कुलीबेगार प्रथा
- 1878-80 व 1903-04 में कुली बेगार प्रथा का गढवाल व कुमांयू में व्यापक विरोध हुआ वह वर्ष जब बागेश्वर के उत्तरायणी मेले में कुली बेगार प्रथा का व्यापक विरोध हुआ -1921
- कुमॉंयू केशरी बद्रीदत्त पाण्डेय ने पर्वतीय क्षेत्र के लिए पृथक प्रशासनिक इकाई बनाने की मांग की - 1946 ई०
- उत्तराखण्ड की चौडाई(उत्तर से दक्षिण) कितनी है - 320 किमी०
- उततराखण्ड की लम्बाई (पूर्व से पश्चिम) कितनी है - 358 किमी०
- उत्तराखण्ड का मैदानी क्षेत्र कहा जाता है - तराई व भाबर
- उत्तरकाशी स्थित बन्दरपूँछ पर्वत के पश्चिम भाग में यमुनोत्तरी कांठा से निकलकर 1385 किमी० की यात्रा पूरी प्रयाग में गंगा नदी से मिलने वाली नदी है -यमुना
- यमुना उत्तरकाशी एवं देहरादून जिलों से होकर बहती है, इसकी सहायक सहायक नदियां है - टौंस, गिरी एवं आसन
- गंगोत्री से 19 किमी० दूर शिवलिंग शिखर के नीचे गोमुख हिमनद से निकलने वाली नदी है - भागीरथी
- केदारगंगा जाहनवी (जाड) गंगा और भिलंगना का संगम होता है - भागीरथी में
- खतलिंग हिमानी से निकलने वाली नदी है - भिलंगना
- अलकनंदा और भागीरथी का संगम होता है -देवप्रयाग में
- अलकनंदा और भागीरथी को संगम के पश्चात किस नाम से जाना जाता है - गंगा
- शिवलिंग शिखर के उत्तर पूर्वी भाग में अल्कापुरी स्थित सतोपंथ शिखर के हिमनद और सतोपंथ ताल से निकलने वाली नदी है - अलकनंदा
- चौराबाडी ताल से निकलने वाली नदी है - मंदाकिनी
- मंदाकिनी सोनप्रयाग में कालीगंगा से मिलती है और रूद्रप्रयाग में यह किस नदी से मिलती है - अलकनंदा
- पिण्डर नदी का उदगम स्थल पिण्डारी ग्लेशियर है जो कर्णप्रयाग में अलकनंदा से मिलकर बनती है -बेगमती
- नंदा त्रिशूली पर्वत श्रृखला के पश्चिमी छोर से निकलने वाली नदी जो विष्णु प्रयाग में अलकनंदा से मिलती है -धौलीगंगा
- कुमॉंयू के मिलम ग्लेशियर से निकलकर सरयू और पूर्वी रामगंगा से पंचेश्वर में मिलती है और बहराम घाट में घाघरा नदी में समा जाने वाली नदी है -काली या शारदा
- वह नदी जिसमें रामगंगा और पनार नदियां आकर मिलती है - सरयू
- कुमायूं की सबसे लम्बी नदी जिसका उदगम लिपुलेख के निकट कालापानी है - कोसी
- वह नदी जो वासुकीताल से निकलती है -काली गंगा
- नैनीताल नगर के मध्य में स्थित नैनी झील की खोज 1841 में किसने की -पी०बैरन ने
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