1- निम्न में से किस क्षेत्र को 'कुमाउं का बारदोली' कहा जाता है।
(a) भावर क्षेत्र (b) सल्ट क्षेत्र को (c) किच्छा क्षेत्र (d) गढवाल क्षेत्र
उत्तर - (b) सल्ट क्षेत्र को
नोट:- स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान 05 सितम्बर, 1942 को खुमाड नामक स्थान पर, अंग्रेजों की गोलियों से गंगाराम व खीमादेव नामक दो भाई व चूडामणि शहीद हो गये थे। सल्ट की इस घटना को महात्मां गांधी जी ने इसे "कुमांउ का बारदोली" की संज्ञा दी।
2- कालीदास ने अभिज्ञानशाकुन्तलम की रचना पौडी स्थित कण्वाश्रम में की थी, यह स्थान निम्न में से किस नदी के तट पर स्थित है।
(a) यमुना (b) भागीरथी (c) अलकनन्दा (d) मालिनी
उत्तर - (d) मालिनी
नोट:- प्राचीन काल में गढवाल क्षेत्र में बदिकाश्रम और कण्वाश्रम नामक दो विद्यापीठ थे। हमारे देश का नाम जिस महान सम्राट भरत के नाम पर भारत पडा उनका जन्मस्थान भी यहीं कण्वाश्रम में ही है। कालीदास द्वारा अपने महाकाव्य अभिज्ञानशाकुन्तलम की रचना इसी आश्रम में में की।
3- कुमाउं में गोरखा शासन कब स्थापित हुआ है।
(a) 1790 में (b) 1792 में (c) 1815 में (d) 1865 में
उत्तर - (a) 1790 में
5- अशोक कालीन शिलालेख राज्य के किस स्थान से मिले हैं।
(a) श्रीनगर (b) केदारनाथ (c) कालसी (d) देहरादून
उत्तर - (d) देहरादून
नोट:-देहरादून के कालसी नामक स्थान से अशोककालीन 257 ई०पू० का एक भाषा पालि में लिखित शिलालेख प्राप्त हुआ है।
3- कुमाउं में गोरखा शासन कब स्थापित हुआ है।
(a) 1790 में (b) 1792 में (c) 1815 में (d) 1865 में
उत्तर - (a) 1790 में
नोट:- गोरखों द्वारा कुमाउं (अल्मोडा) को 1790 में जीता गया तथा इनके द्वारा गढवाल पर प्रथम बार 1791 में आक्रमण किया गया जिसमें की गोरखों की पराजय हुई। गोरखों द्वारा पुन: 1803 ई० में अमरसिंह थापा और हस्तीदल चौतरिया के नेतृत्व में प्रद्युम्नशाह के शासनकाल में गढवाल पर आक्रमण किया और विजय प्राप्त की। सन 1804 ई० में गोरखों का गढवाल पर पूर्ण अधिकार हो गया।
4- गढवाल पर पूर्ण अधिकार प्राप्त करने हेतु गोरखाओं और राजा प्रद्युम्नशाह के मध्य देहरादून में खुडबुडा मैदान में निर्णायक युद्ध, जिसमें राजा प्रद्युम्नशाह को वीरगति प्राप्त हुई, कब हुआ।
(a) 12 मई, 1804 (b) 13 मई, 1804 (c) 14 मई, 1804 (d) 15 मई, 1804
उत्तर - (c) 14 मई, 1804
नोट:- गोरखाओं व गढवाल नरेश के बीच अंतिम युद्ध 14 मई, 1804 को खुडबुडा मैदान देहरादून में हुआ जिसमें राजा प्रद्युम्नशाह को वीरगति प्राप्त हुई। इसके पश्चात गढवाल नरेश सुदर्शनशाह के आग्रह पर अक्टूबर 1814 में गवर्नर लार्ड हेस्टिंग ने गोरखों के विरूद्ध अंग्रेज सेना भेजकर उन्हें पराजित किया, गोरखों को पराजित करने के बाद अंग्रेजों ने सुदर्शनशाह से युद्ध हर्जाने के रूप में गढवाल का पूर्वी आधा राज्य धूर्ततापूर्ण हडप लिया।
4- गढवाल पर पूर्ण अधिकार प्राप्त करने हेतु गोरखाओं और राजा प्रद्युम्नशाह के मध्य देहरादून में खुडबुडा मैदान में निर्णायक युद्ध, जिसमें राजा प्रद्युम्नशाह को वीरगति प्राप्त हुई, कब हुआ।
(a) 12 मई, 1804 (b) 13 मई, 1804 (c) 14 मई, 1804 (d) 15 मई, 1804
उत्तर - (c) 14 मई, 1804
नोट:- गोरखाओं व गढवाल नरेश के बीच अंतिम युद्ध 14 मई, 1804 को खुडबुडा मैदान देहरादून में हुआ जिसमें राजा प्रद्युम्नशाह को वीरगति प्राप्त हुई। इसके पश्चात गढवाल नरेश सुदर्शनशाह के आग्रह पर अक्टूबर 1814 में गवर्नर लार्ड हेस्टिंग ने गोरखों के विरूद्ध अंग्रेज सेना भेजकर उन्हें पराजित किया, गोरखों को पराजित करने के बाद अंग्रेजों ने सुदर्शनशाह से युद्ध हर्जाने के रूप में गढवाल का पूर्वी आधा राज्य धूर्ततापूर्ण हडप लिया।
5- अशोक कालीन शिलालेख राज्य के किस स्थान से मिले हैं।
(a) श्रीनगर (b) केदारनाथ (c) कालसी (d) देहरादून
उत्तर - (d) देहरादून
नोट:-देहरादून के कालसी नामक स्थान से अशोककालीन 257 ई०पू० का एक भाषा पालि में लिखित शिलालेख प्राप्त हुआ है।
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