कृषि एवं पशुपालन से सम्बन्धित महत्वपूर्ण तथ्यों का संग्रह (One Liner Questions)

  • ‘भारत का अन्‍न भण्‍डार’ पंजाब को कहा जाता है।
  • ‘ब्‍लास्‍ट (झोंका) रोग’ धान से तथा ‘हरित बाली रोग’ बाजरा से संबंधित है।
  • ‘पुसा-444‘ बाजरा की जबकि ‘पंतजी-114’ चना की प्रजाति है।
  • भारत में गेंहू उत्‍पादन में अग्रणी तथा सर्वाधिक पशुधन पाया जाने वाला राज्‍य उत्‍तर प्रदेश है।
  • भारत में सर्वाधिक सिंचाई कुओं और नलकूपों से होती है।
  • ‘रेड रॉट’ रोग गन्‍ना से तथा ‘टिक्‍का रोग’ मूंगफली से सम्‍बन्धित है।
  • आलू की उत्‍पत्ति दक्षिण कोरिया में हुई है।
  • ‘गुलाबी कीट’ कपास से तथा ‘गांधी कीट’ धान से सम्‍बन्धित है।
  • गन्‍ना का ‘लाल सडन रोग ‘फफूंदी‘ के कारण जबकि मटर का ‘मार्श रोग ‘मैगनीज’ की कमी के कारण होता है।
  • ‘अन्‍त्‍योदय कार्यक्रम’ की शुरूआत 1978 में राजस्‍थान राज्‍य में हुआ था।
  • कपास की खेती के लिए काली मिटटी (रेगुर मिटटी) सर्वाधिक उपयुक्‍त है जिसके रेशे पौधे के ‘फल’ से प्राप्‍त किए जाते है
  • सर्वप्रथम कपास का संकर बीज तैयार करने वाला देश भारत है।
  • ‘वंची टॉप रोग’ केला से जबकि ‘रस्‍ट रोग’ गेंहू से सम्‍बन्धित है।
  • चावल को पॉलिश करने पर विटामिन-बी1 (थायमीन) नष्‍ट हो जाता है।
  • धान का प्रसिद्ध ‘खैरा रोग’ जस्‍ते की कमी के कारण होता है।
  • देशभर में गाय की 32 तथा भैंस की 7 नस्‍लें जबकि ब‍करियों की 21 नस्‍लें पायी जाती है।
  • दूध का रंग सफेद केसीन के कारण जबकि घी तथा दूध का पीला रंग कैरोटीन के कारण होता है।
  • ‘लाल क्रांति’ का संबंध मांस उत्‍पादन तथा ‘पीली क्रांति’ का संबंध तिलहन उत्‍पादन से है।
  • एन्‍थ्रैक्‍स रोग गाय तथा भैंसों में होता है।
  • मुर्गियों की सबसे भयंकर बिमारी रानीखेत बिमारी है जो एक वाइरस जनित रोग है।
  • भारतीय गायों को “Tea Cup Cow’ जबकि बकरी को ‘गरीबों की गाय’ कहा जाता है।
  • कृत्रिम गर्भाधान के लिए बैल के वीर्य को द्रव नाईट्रोजन में रखा जाता है।
  • केन्‍द्रीय पशु चिकित्‍सा अनुसंधान उत्‍तर प्रदेश में है।
  • भारतीय कृषि अनुसंधान संस्‍थान’ की स्‍थापना 1905 में बिहार के पूसा में की गई थी।
  • सर्वाधिक वसा रेडियर के दूध में पाया जाता है।
  • ‘चिपको आन्‍दोलन’ के प्रणेता सुन्‍दर लाल बहुगुणा थे जिसकी शुरूआत 1973 में उत्‍तराखण्‍उ के चमोली जिले से हुआ।
  • भारत में सर्वाधिक दूध देने वाली बकरी ‘बरबरी’ तथा भैंस ‘मुर्रा’ है।
  • भारत में सर्वप्रथम कृत्रिम गर्भाधान 1942 इज्‍जतनगर (बरेली, उ0प्र0) में प्रारम्‍भ हुआ।
  • ‘केन्‍द्रीय भैंस अनुसंधान संस्‍थान’ हिसार (हरियाणा) में जबकि ‘केन्‍द्रीय बकरी अनुसंधान संस्‍थान’ मखदूम (उत्‍तर प्रदेश) में है।
  • फसल बीमा योजना भारत में 1 अप्रैल,1985 को लागू की गई।
  • बेर को ‘गरीबों का मेवा’ कहा जाता है।
  • डा0 पी0वी0 पॉल को भारत में गुलाब का पिता कहा जाता है।
  • ‘रजत क्रांति’ अंडा उत्‍पादन से तथा ‘भूरी क्रांति’ उर्वरक उत्‍पादन से संबंधित है।
  • ‘बादामी क्रांति’ मसाला से तथा ‘कृष्‍ण क्रांति’ पेट्रोलियम से संबंधित है।
  • ‘गुलाबी क्रांति’ का संबंध झींगा पालन तथा ‘गोल क्रांति’ का संबंध आलू उत्‍पादन से है।
  • नीबू तथा आम का लिटिल लीफ रोग क्रमश: कॉपर तथा जस्‍ता के कमी के कारण होता है।
  • आलू का कन्‍द तने का रूपान्‍तरित रूप होता है।
  • भारतीय गन्‍ना शोध संस्‍थान कोयम्‍बटूर में है।
  • भारतीय आलू शोध संस्‍थान शिमला में है।
  • केन्‍द्रीय चावल शोध संस्‍थान कटक (उडीसा) तथा केन्‍द्रीय तम्‍बाकू शोध संस्‍थान राजमुन्‍दरी (आंध्र प्रदेश) में है।
  • भारतीय दलहन अनुसंधान संस्‍थान कानपुर में है।
  • भारत में ‘चावल का कटोरा’ छत्‍तीगढ तथा ‘बगीचों का शहर’  कपूरथला को कहा जाता है।
  • चीनी का कटोरा ‘क्‍यूबा’ को कहा जाता है।
  • केसर का उत्‍पादन करने वाला एकमात्र भारतीय राज्‍य जम्‍मू कश्‍मीर है।
  • भैसों की गर्भावधि 310 दिनों, बकरी का 150 दिनों तथा उंट का 365 से 400 दिनों की होती है।

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